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श्रीलंका में मुस्लिम समुदाय ने 3 साल पहले एक फायरब्रांड मौलवी को लेकर प्रशासन को आगाह किया था। अब ऐसा लग रहा है कि उसी मौलवी जाहरान हाशिम ने श्रीलंका के इतिहास की सबसे भयानक घटनाओं में से एक इस श्रृंखलाबद्ध हमले में बड़ी भूमिका निभाई है। इस हमले में 350 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। इस्लामिक स्टेट ग्रुप ने मंगलवार को विडियो जारी किया था जिसमें हाशिम मुख्य रूप से नजर आ रहा है। फुटेज में गोल चेहरे वाला व्यक्ति हाशिम ही लग रहा है- आठ हमलावरों में से सिर्फ उसी का चेहरा ढका हुआ नहीं था।

काले ट्यूनिक हेडक्राफ्ट पहने और हाथ में राइफल लिए हाशिम आईएस चीफ अबु बक्र अल-बगदादी के प्रति वफादारी का संकल्प लेते हुए सात हमलावरों का नेतृत्व कर रहा था। अन्य सात हमलावरों ने भी काले रंग का ट्यूनिक पहना था लेकिन चेहरे ढंके हुए थे। श्रीलंका सरकार ने भी अप्रत्यक्ष रूप से हाशिम का नाम लिया है। सरकार ने हमले के लिए स्थानीय संगठन नैशनल तौहीद जमात को जिम्मेदार ठहराया है हाशिम जिसका नेतृत्व करता था। इस्लामिक स्टेट द्वारा जारी विडियो में मजबूत सबूत मिले हैं कि हाशिम ने ईस्टर रविवार को हुए हमले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

सोशल मीडिया साइट पर हाशिम के हजारों फॉलोअर हैं जहां वह भड़काऊ उपदेश देता था। 3 साल पहले एक विडियो में वह गैर-मुसलमानों के प्रति भड़काऊ उपदेश दे रहा था। जिसके बाद मुस्लिम काउंसल ऑफ श्रीलंका के वाइस प्रेजिडेंट हिलमी अहमद ने स्थानीय अधिकारियों को इसकी जानकारी दी थी। हिलमी अहमद ने कहा, 'वह अविवाहित था, जो कि कुरान क्लास की आड़ में युवाओं को कट्टरपंथी बना रहा था। लेकिन किसी को नहीं पता था कि ये इतना बड़ा हमला कर सकते हैं।'

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अहमद ने बताया कि हाशिम करीब 40 साल का था और बट्टीकालाओ का रहने वाला था। वह एक मध्यमवर्गीय मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखता था और पढ़ाई बीच में छोड़ दी थी। हालांकि, अभी भी इस बात को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है कि क्या इसी ग्रुप ने ईस्टर अटैक किया था। रक्षा मंत्री रुवान विजेवर्दने ने बुधवार को कहा, 'मुख्य संगठन से टूटकर एक संगठन बना था। हमें लगता है कि इस संगठन के एक नेता ने इनमें से एक हमला किया है।'

श्रीलंका के अधिकारी अभी इस बात की जांच कर रहे हैं कि इस्लामिक स्टेट ने किस स्तर पर हमलावरों की मदद की है, वहीं अहमद का कहना है कि हाशिम के बारे में लोग जानते थे कि उसके अंतरराष्ट्रीय संगठनों से सांठगांठ है। उन्होंने कहा, 'उसने सभी विडियो भारत से अपलोड किए गए थे। वह भारत जाने के लिए तस्करों के बोट का इस्तेमाल करता था।'

एएफपी को एक सूत्र ने बताया कि अभी इस बात के सबूत नहीं मिले हैं कि हाशिम सूइसाइड बॉमर्स में से एक था। जब तक डीएनए टेस्ट नहीं हो जाता हम पूरे यकीन के साथ नहीं कह सकते। वहीं, अहमद ने कहा कि हमें नहीं मालूम कि वह जिंदा है या नहीं।