मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्था चटर्जी.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्था चटर्जी.आईएएनएस

इंटरनेट पर वायरल हुए एक वीडियो ने अपनी कला, संस्कृती और छात्र राजनीति के लिये देश-दुनिया में पहचाने जाने वाले कोलकाता के एक बेहद क्रूर चेहरे को दुनिया के सामने लाने का काम किया है. इस छोटी सी वीडियो क्लिप में कोलकाता के एक जाने-माने काॅलेज, सेंट पाॅल्स कैथेड्रल काॅलेज के एक छात्र को लोगों की भीड़ के सामने दया की भीख मांगते हुए देखा जा सकता है और वह भी बिल्कुल नग्नावस्था में.

सोशल मीडिया पर इस घटना के वायरल होते ही पश्चिम बंगाल की सरकार हरकत में आई. शिक्षा मंत्री पार्था चटर्जी ने कहा कि दोेषी पाए गए लोगों के खिलाफ ''सख्त कार्रवाई'' की जाएगी.

चटर्जी ने यह भी कहा है कि पीड़ित छात्र ने लिखित शिकायत दर्ज करवाई है और सभी आरोपियों के खिलाफ समुचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी. शिक्षा मंत्री ने दिलासा दिया, ''अगर काॅलेज की जांच रिपोर्ट में आरोप सत्य पाए गए तो सरकार इस प्रकार के दुव्यर्वहार के विरुद्ध ''शून्य सहनशीलता'' दिखाएगी.''

प्रारंभिक रिपोर्ट से पता चला है कि पीड़ित छात्र तृणमूल कांग्रेस द्वारा समर्थित छात्र संघ का एक सक्रिय सदस्य है. बताया जाता है कि काॅलेज के आगामी उत्सव के बजट पर सवाल उठाने को लेकर 17 मई को प्रथम वर्ष के इस छात्र को छात्र संगठन के कुछ छात्रों ने यातनाएं दी थी.

तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (टीएमसीपी) के अध्यक्ष जय दत्ता ने कहा कि वे कोइ भी बयाल देने से पहले उत्तरी कोलकाता इकाई के सदस्यों के साथ चर्चा करना चाहेंगे. चटर्जी ने कहा कि दोषी पाए गए छात्रों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई जरूर की जाएगी.

एक हालिया रिपोर्ट में खुलाया हुआ है कि एंटी रैगिंग हेल्पलाइन पर वर्ष 2017 में सबसे अधिक शिकायतें प्राप्त हुईं. इस रिपोर्ट ने इस बात के भी संकेत दिये कि पूरे भारत में रैगिंग संबंधी घटनाओं में वृद्धि हुई है. रैगिंग के अधिकतर मामले उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, ओडिशा और महाराष्ट्र में होते हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि तकनीकी और मेडिकल संस्थान रैगिंग से जुड़ी घटनाओं के लिये सबसे अधिक बदनाम हैं.