श्याम बेनेगल
श्याम बेनेगलश्याम बेनेगल फैन क्लब फेसबुक
  • श्याम बेनेगल ने कहा कि जिनके प्रास प्रतिभा नहीं होते वही कास्टिंग काउच का शिकार होते हैं
  • उन्होंने आगे कहा कि यौन शोषण हर क्षेत्र में होता है और फिल्म उद्योग कोई अपवाद नहीं है
  • बेनेगल ने कहा कि कुछ लोग फिल्म जगत में आने वाले ऐसे लोगों का फायदा उठाने का कोशिश करते हैं जिनके पास प्रतिभा नहीं होती है

जाने-माने फिल्मकार श्याम बेनेगल ने भी कास्टिंग काउच के मुद्दे पर अपना मुंह खोला है. हालांकि हो सकता है कि इस अनुभवी निर्देशक की बात कई लोगों को पसंद न आए और वे उनका विरोध करें. उन्होंने आगे कहा कि यौन शोषण हर क्षेत्र में होता है और फिल्म उद्योग कोई अपवाद नहीं है.

द एशियन एज के अनुसार उन्होंने इस मुद्दे पर एक बहस के दौरान कहा, ''इन सब मामलों में सबकुछ एकतरफा नहीं है. कुछ ऐसी स्थितियां है जिन्हें बनाया गया है. मैंने भी कास्टिंग काउच के बारे में सुना है लेकिन मैं यह नहीं जानता कि इसमें कितनी सत्यता है. लेकिन मुझे इस बात का भरोसा है कि इसमें काफी हद तक सच्चाई है. वास्तव में सच्चाई तो यह है कि जब लोग पेशेवर और प्रतिभाशाली होते हैं तो कास्टिंग काउच की कोई आवश्यकता ही नहीं रहती. अगर किसी के अंदर प्रतिभा नहीं है और इसके बावजूद वह काम करने को लेकर तत्पर है तो ऐसे लोगों की भी कोई कमी नहीं है जो उनका फायदा उठाने को तैयार बैठे हैं. ऐसी बातें हर क्षेत्र में हो सकती हैं और फिल्म जगत कोई अपवाद नहीं है.''

इससे पहले जानी-मानी नृत्य निर्देशिका सरोज खान ने फिल्म उद्योग में कास्टिंग काउच के अस्तित्व को न सिर्फ स्वीकार ही किया बल्कि इसका यह कहते हुए समर्थन भी किया कि यह पारस्परिक सहमति के साथ चलता है और इसकी बदौलत कई महिलाओं को जीविका भी मिलती है.

सरोज ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा, ''यह कोई नई बात नहीं है बल्कि ऐसा तो बाबा आदम के जमाने से होता आ रहा है. हर कोई लड़कियों का फायदा उठाने की सोचता है. यहां तक कि सरकार में बैठे लोग भी. आप सिर्फ फिल्म उद्योग के पीछे ही क्यों पड़े हैं? यह कम से कम आजीविका तो प्रदान करता है और लड़कियो का बलात्कार करके उन्हें कहीं फेंकता तो नहीं है. सबकुछ लड़की के चाहने या न चाहने पर निर्भर करता है. अगर वह ऐसे लोगों के चंगुल में नहीं फंसना चाहेगी तो वह बिल्कुल भी नहीं फंसेगी. अगर आपके पास प्रतिभा है तो आप खुद का सौदा क्यों करेंगे? फिल्म जगत का नाम न लें, यह हमारा सबकुछ है.''

बाद में अभिनेता-राजनेता शत्रुघन सिंह ने सरोज खान का समर्थन करते हुए कहा कि यह एक पुरानी प्रथा है और इसे लेकर ज्यादा परेशान होने की कोई आवश्यकता नहीं है.

सिन्हा ने आईएएनएस से कहा, ''सरोज खान और रेणुका चौधरी में से कोई गलत नहीं है. मनोरंजन और राजनीति दोनों ही क्षेत्रों में यौन अनुग्रह किये और लिये जाते हैं. 'तुम मुझे खुश करो मैं तुम्हें खुश करूंगा'. यह जीवन में आगे बढ़ने का पुराना और आजमाया हुआ एक तरीका है. ऐसा प्रचीन काल से ही होता चला आ रहा है. इसमें इतना परेशान होने वाली क्या बात है.''

हलांकि यह भी कहा कि वे कास्टिंग काउच का समर्थन नहीं करते हैं. ''हम अपने चारों ओर घट रही घटनाओं को देखकर आंखें नहीं मूंद सकते हैं.''

फिल्म जगत में कास्टिंग काउच का मुद्दा तेलगु अभिनेत्री श्री रेड्डी द्वारा बड़े निर्देशकों और कलाकारों पर उन्हें काम देने के बदले यौन शोषण के आरोपों के बाद सुर्खियों में आया है.