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सांकेतिक तस्वीरReuters

पाकिस्तान से आतंकवादियों की घुसपैठ को रोकने के लिए सुरक्षाबलों ने एक बेहद पुख्ता योजना तैयार की है। इसके तहत जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ के लिए कुख्यात 20 एंट्री रूटों को चुना गया है और यहां बहुस्तरीय सुरक्षा की गई है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान संवेदनशील माहौल को बिगाड़ने की कोशिश में है और वह सीमा पार से आतंकियों को भेज सकता है। सूत्रों के मुताबिक कम से कम 500 सशस्त्र आतंकी कश्मीर में घुसपैठ की फिराक में है।

पाकिस्तान के इन नापाक मंसूबों की काट के लिए ही सेना ने सुरक्षा को बेहद सख्त कर दिया है। ख़ुफ़िया सूचनाओं के मुताबिक 60 से ज्यादा हथियारबंद आतंकियों ने कश्मीर घाटी में एलओसी के रास्ते घुसपैठ की है। इसके अलावा 20 आतंकियों ने पीर पंजाल के इलाकों के दक्षिणी हिस्से में घुसपैठ की है। ये सभी घुसपैठें बीते दो महीनों के दौरान हुई है।

अधिकारियों ने बताया कि आतंकियों की घुसपैठ वाले 20 रूटों की पहचान की गई है और यहां पर सुरक्षा को पुख्ता कर दिया गया है। ऐसे स्थानों पर सेना के घुसपैठ रोधी तंत्र के अलावा दो से तीन स्तरीय सुरक्षा कवर भी लगाया गया है। इसके तहत सेना और बीएसएफ की तैनाती के अलावा विलेज डिफेंज कमिटियों को भी सक्रिय किया गया है।

इंटेलिजेंस ब्यूरो और पुलिस की सक्रियता को बढ़ा दिया गया है। इसके अलावा चेक पॉइंट्स की संख्या बढ़ाई गई है और पिछले इलाकों में भी पट्रोलिंग की जा रही है। सीमा से लगे सभी पुलिस थानों और चौकियों को किसी भी संदिग्ध स्थिति के लिए अलर्ट किया गया है। गुरुवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भी सुरक्षा बलों को पाक से लगी सीमा पर सख्ती बरतने का आदेश दिया था।

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।