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रविवार की शाम को लोकसभा चुनाव 2019 के सातवें और आखिरी चरण का मतदान समाप्त होते ही एग्जिट पोल्स के अनुमान सामने आने लगे और इनके नतीजे नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सत्तासीन बीजेपी के लिए अच्छी खबर लेकर आए हैं। समाचार चैनल टाइम्स नाउ और वीएमआर द्वारा कराए गए एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी की अगुआई वाला एनडीए सत्ता में शानदार तरीके से वापसी कर रहा है। मोदी लहर के आगे ऐंटी-इनकंबेंसी फैक्टर धराशायी हो गया और बिखरा दिख रहा विपक्ष मौजूदा नरेंद्र मोदी सरकार की सत्ता को हिलाने में नाकाम रहा।

गौर करने वाली बात यह है कि यूपी में महागठबंधन भी कोई चुनौती दे पाने में नाकाम साबित होता दिख रहा है। विपक्ष के तमाम आरोपों के बावजूद जनता ने एनडीए सरकार पर भरोसा जताया है। आंकड़ों से समझें तो टाइम्स नाउ के एग्जिट पोल के मुताबिक एनडीए को 542 में से 306 सीटें मिल सकती हैं जो बहुमत (272) के जादुई आंकड़े से काफी ज्यादा हैं। वहीं, कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए को तगड़ा झटका लगता दिख रहा है। हाल के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस जबर्दस्त वापसी करती दिखी थी पर लोकसभा चुनावों में एनडीए के वोटबैंक को साधने में वह असफल रही। टाइम्स नाउ-वीएमआर एग्जिट पोल के मुताबिक यूपीए 132 सीटों पर सिमटता दिख रहा है। अन्य दलों के खाते में 104 सीटें जाती दिख रही हैं।

सी वोटर का अनुमान, फिर लौट रही मोदी सरकार

सी-वोटर का एग्जिट पोल भी एनडीए की बहुमत वाली सरकार बनने के स्पष्ट संकेत दे रहा है। इसकी मानें तो बीजेपी की अगुआई वाला गठबंधन 287 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी कर रहा है। कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूपीए 128 सीटें हासिल कर सकता है। महागठबंधन को 40 और अन्य को 87 सीटें मिल सकती हैं।

जन की बात में एनडीए के बंपर जीत का अनुमान

जन की बात के एग्जिट पोल के अनुसार एनडीए गठबंधन को 305 सीटें मिलने का अनुमान है। यूपीए को 124 जबकि अन्य को 113 सीटें मिल सकती हैं। जन की बात के एग्जिट पोल के अनुसार भी एनडीए गठबंधन आसानी से केंद्र में सरकार बनाती दिख रही है।

न्यूज नेशन एग्जिट पोल में भी मोदी सरकार

न्यूज नेशन के एग्जिट पोल के अनुसार बीजेपी को 282-290 सीटें मिलने का अनुमान है। यूपीए को 118-126 सीटें जीतता दिख रहा है। अन्य को 130 से 138 सीटों का अनुमान है।

एक्सिस माय इंडिया में भी एनडीए का पलड़ा भारी

एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल मे भी एनडीए को बहुमत का आंकड़ा आराम से मिल रहा है। इस एग्जिट पोल के अनुसार एनडीए 339-365 सीटें मिलती दिख रही है। यूपीए को 77-108 सीटें मिलने का अनुमान है। अन्य को 69-95 सीटें मिलती दिख रही है।

नीलसन के एग्जिट पोल में भी एनडीए को बहुमत

नीलसन के एग्जिट पोल में भी बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को बहुमत मिलता दिख रहा है। इस एग्जिट पोल में एनडीए को 277 सीटें मिलती दिख रही है, जो बहुमत के से 5 ज्यादा है। यूपीए को 130 सीटें मिलने का अनुमान है जबकि अन्य को 137 सीटें मिलती दिख रही है।

आपको बता दें कि अगर 23 मई को नतीजे इन एग्जिट पोल्स के अनुसार रहे तो केंद्र में पीएम नरेंद्र मोदी की अगुआई में एनडीए की सरकार आसानी से बन जाएगी।

कहते हैं कि दिल्ली की सत्ता यूपी से होकर जाती है। बीजेपी को 2014 का ऐतिहासिक जनमत दोहराने से रोकने के लिए इस बार यूपी में धुर विरोधी समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने हाथ मिला लिया था और साथ में अजित सिंह की आरएलडी भी आ गई थी। राजनीतिक जानकार इस महागठबंधन को बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती मानकर चल रहे थे लेकिन टाइम्स नाउ-वीएमआर एग्जिट पोल के मुताबिक यह गठजोड़ भी बीजेपी को झटका दे पाने में नाकाम साबित हो रहा है। इसके मुताबिक 80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में बीजेपी अकेले 47 सीटें जीत सकती हैं और उसके सहयोगी दलों को 2 सीटें मिल सकती हैं, जिससे एनडीए के खाते में 49 सीटें जाती दिख रही हैं। यूपी में कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है और उसे पिछली बार की तरह ही मात्र 2 सीटें मिलती दिख रही हैं। अन्य दलों जिसमें महागठबंधन शामिल है, को 29 सीटें मिल सकती हैं।

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ANI

2014 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी+ को यूपी में 43.3 फीसदी वोट मिले थे। दिलचस्प यह है कि एसपी, बीएसपी और आरएलडी के महागठबंधन के बावजूद सत्ताधारी एनडीए का वोट शेयर बढ़कर 44.8 फीसदी (+1.5%) तक पहुंच सकता है। तुलनात्मक रूप से देखें तो पिछली बार तीनों दलों को 42.65 फीसदी वोट मिले थे जबकि इस बार साथ लड़ने के बाद भी महागठबंधन का वोट शेयर घटा (40.2%) है।

यूपी के बाद जिन दो राज्यों में पीएम मोदी ने सबसे ज्यादा रैलियां कीं, उनमें पश्चिम बंगाल दूसरे नंबर पर रहा और चुनाव के दौरान हिंसा के कारण भी यह राज्य सुर्खियों में बना रहा। ऐसे में यहां के नतीजों पर देशभर की नजरें टिकी हैं। बीजेपी के दावे के अनुसार ही एग्जिट पोल में भी यहां उसके वोट शेयर में जबर्दस्त इजाफा होता दिख रहा है। 42 सीटों वाले इस राज्य में बीजेपी 11 सीटें जीतती दिख रही है। कांग्रेस को 2 और अन्य, जिसमें ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस और लेफ्ट शामिल हैं, को 29 सीटें मिल सकती हैं। खास बात यह है कि पिछले चुनाव में बीजेपी को मात्र 2 सीटें मिली थीं और उसका वोट शेयर भी 16.8 फीसदा था।
इस बार एग्जिट पोल के अनुमानों पर यकीन करें तो बीजेपी तृणमूल कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाने में कामयाब रही है। 31.86 फीसदी वोटों के साथ बीजेपी 9 सीटों के फायदे में दिख रही है। वहीं, राज्य में सरकार चला रही ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी का वोट शेयर आंशिक रूप से ही सही पर घट सकता है। सीटों में भी पिछली बार की 34 में से उसे 6 सीटों का नुकसान होता दिख रहा है।

40 सीटों वाले बिहार में एनडीए की सीटें घट सकती हैं। यहां कांग्रेस की अगुआई वाले यूपीए को पिछले चुनाव की तुलना में सीधे तौर पर 5 सीटों का फायदा होता दिख रहा है। 42.78 फीसदी वोटों के साथ कांग्रेस+ को 15 सीटें मिल सकती हैं जबकि 2.98 फीसदी वोट शेयरों की कमी के साथ (48.52%) बीजेपी+ को 25 सीटें मिल सकती हैं।

टाइम्स नाउ-वीएमआर सर्वे की मानें तो पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात में बीजेपी 4 सीटें गंवा सकती है। पिछली बार उसने सभी 26 सीटों पर फतह हासिल की थी लेकिन इस बार 4 सीटें कांग्रेस के खाते में जाती दिख रही हैं।

48 लोकसभा सीटों वाले महाराष्ट्र में बीजेपी+ ने पिछली बार 42 सीटें जीती थीं और कांग्रेस+ को 6 सीटें मिली थीं। हालांकि इस बार टाइम्स नाउ एग्जिट पोल के मुताबिक एनडीए को 38 सीटों (-4) से ही संतोष करना पड़ सकता है जबकि यही नुकसान यूपीए में बढ़त के तौर पर जुड़कर उसकी सीटों की संख्या 10 तक (+4) पहुंचा सकता है।

अब बात पीएम मोदी की सबसे ज्यादा रैलियों वाले प्रमुख राज्यों में तीसरे नंबर पर रहे ओडिशा (21) की। पिछली बार भले ही बीजेपी का यहां खाता ही खुल पाया था पर इस बार राज्य की सत्ता पर काबिज बीजेडी को मोदी-शाह की रणनीति ने तगड़ा नुकसान पहुंचाया है। टाइम्स नाउ के एग्जिट पोल की मानें तो बीजेडी को पिछली बार की 20 सीटों की तुलना में 12 सीटों का नुकसान हो सकता है। वहीं, बीजेपी एक सीटों से आगे बढ़कर इस बार 12 सीटें जीत सकती है। कांग्रेस के खाते में 1 सीट जाने की संभावना जताई गई है।

पिछले चुनावों में बीजेपी ने दिल्ली की सभी सातों सीटों पर कब्जा जमाया था। हालांकि इस बार कांग्रेस एक सीट जीतने में कामयाब हो सकती है। 29 सीटों वाले मध्य प्रदेश में 2014 में बीजेपी को 27 और कांग्रेस को 2 सीटें मिली थीं। इस बार राज्य की सत्ता भले ही कांग्रेस को मिल गई हो पर वह लोकसभा चुनावों में बीजेपी का ज्यादा नुकसान नहीं कर सकी है। टाइम्स नाउ की मानें तो इस बार बीजेपी को 21 और कांग्रेस को 8 सीटें मिल सकती हैं।