वॉशिंगटन स्थित वाइट हाउस में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगवानी करते राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप. [फाइल तस्वीर]
वॉशिंगटन स्थित वाइट हाउस में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगवानी करते राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप. [फाइल तस्वीर]रायटर्स

भारतीय और अमरीकी विदेश और रक्षा मंत्रियों के बीच पहली बार होने वाली टू प्लस टू वार्ता को दूसरी बार अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दिया गया है. भारत और अमेरिका के बीच टू प्लस टू वार्ता 6 जुलाई को होने वाली थी जिसमे विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को अमरीका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस से वार्ता करनी थी.

पहले यह मीटिंग अप्रैल के महीने में होनी थी, लेकिन तत्कालीन अमरीकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन के इस्तीफे के बाद इसे कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया गया था. इस टू प्लस टू वार्ता का तानाबाना पिछले साल तब बुना गया था, जब पीएम नरेंद्र मोदी अमेरिका का दौरे पर गए थे.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्विटर के जरिये इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से फ़ोन पर बात की और वार्ता को टालने पर गहरी निराशा और खेद प्रकट किया.

कुमार ने ट्वीट किया कि अमरीकी विदेश मंत्री पोम्पियो ने विदेश मंत्री स्वराज से इस अनुरोध को मानने की अपील की. इसके अलावा दोनों ही नेता जल्द से जल्द आपसी सहमति से वार्ता के लिए नई तिथियां तय करने पर भी राजी हुए.

भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की फाइल फोटो.
भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की फाइल फोटो.रायटर्स/Darren Ornitz

फोन कॉल के दौरान पोम्पियो ने अमरीका-भारत के बीच सहयोग को आगे बढ़ाने की बात करते हुए यह स्‍वीकार किया कि भारत ट्रंप प्रशासन के लिए 'प्राथमिकता' है.