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उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद और मौजपुर इलाकों में संशोधित नागरिकता कानून को लेकर हुई झड़पों में दिल्ली पुलिस के एक हेड कांस्टेबल की मौत हो गई जबकि पुलिस उपायुक्त घायल हो गए। सीएए समर्थक और विरोधी प्रदर्शनकारियों ने एक दूसरे पर पथराव किया और फिर घरों, दुकानों और वाहनों को आग लगा दी।

इसके अलावा चांदबाग और भजनपुरा इलाकों में भी सीएए विरोधियों और समर्थकों के बीच हिंसा की खबरें आ रही हैं। इन इलाकों में हिंसा का यह दूसरा दिन है। आज शाम ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नयी दिल्ली आ रहे हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिये आंसू गैस छोड़ी और लाठीचार्ज भी किया।

इस बीच गोकलपुरी के सहायक पुलिस आयुक्त के कार्यालय से जुड़े हेड कांस्टेबल रतन लाल की मौत हो गई जबकि शाहदरा के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) अमित शर्मा समेत विभिन्न पुलिसकर्मी प्रदर्शनकारियों को काबू करने के दौरान घायल हो गए। पुलिस ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में धारा 144 लागू कर दी है।

मौजपुर में भारी पथराव हुआ है जबकि जाफराबाद में प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिये लाठीचार्ज किया गया है। मौजपुर और भजनपुरा में दुकानों और घरों में तोड़फोड करने के साथ ही आग लगा दी गई है। एक प्रदर्शनकारी को बंदूक हाथ में थामे पुलिसकर्मी की ओर बढ़ता हुआ देखा गया है। उसने हवा में कुछ राउंड फायरिंग भी की। अधिकारियों के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने इलाके में लगी आग बुझाते समय दमकल की एक गाड़ी को भी नुकसान पहुंचाया।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध और समर्थन के दौरान उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कुछ हिस्सों में हिंसा के मद्देनजर कानून-व्यवस्था बहाल करने का अनुरोध किया है।

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उन्होंने ट्वीट किया, ''दिल्ली के कुछ हिस्सों में शांति-व्यवस्था में गड़बड़ी की बहुत परेशान करने वाली खबरें आ रही हैं। मैं माननीय उपराज्यपाल और केंद्रीय गृह मंत्री से शांति और सौहार्द्र सुनिश्चित करते हुए कानून-व्यवस्था बहाल किए जाने का अनुरोध करता हूं । किसी को भी माहौल खराब करने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए।''

दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने उत्तरपूर्वी दिल्ली में झड़पों के दौरान हिंसा के मद्देनजर सोमवार को पुलिस आयुक्त को कानून-व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश दिया।

बैजल ने ट्वीट किया, ''दिल्ली पुलिस और दिल्ली पुलिस आयुक्त को उत्तर पूर्वी दिल्ली में कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं । हालात पर करीबी नजर रखी जा रही है । मैं हर किसी से शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए संयम बरतने का अनुरोध करता हूं।''

दिल्ली के मंत्री और बाबरपुर से विधायक गोपाल राय ने भी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। राय ने ट्वीट किया, "मैं हाथ जोड़कर बाबरपुर विधानसभा क्षेत्र के लोगों से शांति कायम रखने की अपील करता हूं। कुछ लोग जानबूझकर माहौल को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। मैंने दिल्ली के उपराज्यपाल से बात की है और उन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए और पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे।"

दिल्ली मेट्रो ने इलाके में तनाव के बीच जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर स्टेशनों पर प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए। डीएमआरसी ने ट्वीट किया, ''जाफराबाद तथा मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश एवं निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं। इन स्टेशनों पर ट्रेनें नहीं रुकेंगी।'' जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार पिछले 24 घंटों से बंद हैं।

संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ बड़ी संख्या में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने रविवार को सड़क अवरुद्ध कर दी थी जिसके बाद जाफराबाद में सीएए के समर्थकों और विरोधियों के बीच झड़प शुरू हो गई थी। दिल्ली के कई अन्य इलाकों में भी ऐसे ही धरने शुरू हो गए हैं।

मौजपुर में भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने एक सभा बुलाई थी जिसमें मांग की गयी थी कि पुलिस तीन दिन के भीतर सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को हटाए, इसके तुरंत बाद दो समूहों के सदस्यों ने एक-दूसरे पर पथराव किया, जिसके चलते पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.