सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीरTwitter / @ANI

शीर्ष ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद ईरान द्वारा इराक में अमेरिकी सेना की द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे दो सैन्य ठिकानों पर करीब दर्जनभर मिसाइलें दागे जाने के बाद क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है. पेंटागन ने ट्वीट करके इस मिसाइल हमले की पुष्टि की है.

पेंटागन की ओर से किए गए ट्वीट में लिखा गया है, '7 जनवरी को ईरान ने इराक में अमेरिकी सेना और गठबंधन सेना के एयरबेस पर एक दर्जन से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलों दागी हैं. यह स्पष्ट है कि इन मिसाइलों को ईरान ने दागा है. ईरान ने अल-असद और इरबिल में अमेरिकी सेना द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे एयरबेस को निशाना बनाया गया है.'

इस हमले में अभी तक अमेरिकी सेना को किसी प्रकार के नुक्सान की कोई खबर नहीं है. बता दें, सुलेमानी की मौत के बाद पूरे पश्चिम एशिया में हालात तनावपूर्ण हैं और ईरान में अमेरिका से बदला लेने की मांग जोर पकड़ चुकी है.

इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ईरान के हमले के बारे में जानकारी दी गई है. वाइट हाउस ने बयान जारी कर बताया कि वॉशिंगटन स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं.

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंपReuters

दूसरी तरफ ईरान की ओर से दो एयरबेस पर मिसाइलें दागे जाने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान सामने आया है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करते हुए कहा कि सब ठीक है. उन्होंने ट्वीट में लिखा है, 'सब ठीक है. इराक में दो एयरबेस पर ईरान में मिसाइलें दागी हैं. जानमाल के नुकसान का आंकलन किया जा रहा है. अब तक सब ठीक है! हमारे पास दुनिया में कहीं से भी सबसे शक्तिशाली और मजबूत सेना है. मैं इस पर कल सुबह बयान दूंगा.'

ईरान के विदेश मंत्री ने अमेरिकी एयरबेस पर हुए हमले के बाद कहा, 'यूएन चार्टर के आर्टिकल 51 के तहत ईरान ने आत्मरक्षा के लिए एक ठोस कदम उठाया है. अमेरिकी एयरबेस पर हमने हमला किया जिन्होंने कायराना तरीके से हमारे सैनिकों और नागरिकों को निशाना बनाया. हम युद्ध नहीं चाहते हैं, लेकिन किसी तरह की आक्रामकता से अपनी सुरक्षा करेंगे.'