सांकेतिक तस्वीरReuters

भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने इस मॉनसून सीजन में बारिश को लेकर सोमवार को एक अच्छी खबर दी। उसने इस साल मॉनसून सीजन में बारिश 'लगभग सामान्य' रहने का पूर्वानुमान जताया है। मौसम विभाग के मुताबिक पूरे देश में वर्षा का वितरण सामान्य रह सकता है। उसने कहा कि यह स्थिति कृषि क्षेत्र के लिए फायदेमंद होगी।

मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ साइंसेज में सेक्रटरी एम राजीवन ने बताया कि इस साल मॉनसून सीजन में लॉन्ग पीरियड एवरेज (LPA) के 96% के बराबर बारिश हो सकती है। उन्होंने कहा कि बारिश के पूर्वानुमान में 5% ज्यादा या कम की गलती की गुंजाइश हो सकती है। 1951-2000 के बीच मॉनसून सीजन में बारिश का लॉन्ग पीरियड एवरेज 89 सेंटीमीटर है।

आईएमडी ने अपने लॉन्ग रेंज फोरकास्ट में कहा, '2019 के लिए मॉनसून का पूर्वानुमान बताता है कि सीजन में बारिश सामान्य रह सकती है। हालांकि, बारिश सामान्य से ज्यादा या बहुत ज्यादा होने की संभावना बहुत कम है।' बारिश सामान्य रहने की संभावना 39%, सामान्य से कम रहने के आसार 32% और 'सामान्य से ज्यादा' रहने की संभावना सिर्फ 10% है।

आईएमडी का यह भी कहना है कि बारिश सामान्य से बहुत कम रहने के आसार 17% जबकि सामान्य से बहुत ज्यादा बारिश होने की संभावना सिर्फ 2% है। आईएमडी के डायरेक्टर जनरल के जे रमेश ने बताया, 'कुल मिलाकर मॉनसून सीजन में वर्षा का वितरण सामान्य रह सकता है। यह खरीफ सीजन के लिए अच्छा होगा और किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगा।'

इस साल LPA के 96-104% बराबर बारिश के लिए 'लगभग सामान्य' की नई कैटेगरी बनाई है। पिछले साल के पूर्वानुमान में 96-104% LPA के बराबर की बारिश को 'सामान्य' बताया गया था। LPA के 90-96% रहने पर 'सामान्य से कम' जबकि 96% को 'सामान्य से कम' और 'सामान्य' के बीच वाला स्तर माना जाता है।

'लगभग सामान्य' कैटिगरी के बारे में पूछे जाने पर राजीवन ने कहा कि यह 'सामान्य' बारिश वाली कैटेगरी जैसी ही है। उन्होंने कहा, 'इस साल मॉनसून की बारिश सामान्य रहेगी।' उनका कहना था कि मॉनसून सीजन में कम तीव्रता वाले अल नीनो की कमजोर स्थिति बनने के आसार हैं। मॉनसून पर जून में अल नीनो का कुछ असर दिख सकता है लेकिन जुलाई में बारिश जोर पकड़ सकती है। रमेश ने बताया कि अल नीनो का असर कमजोर रह सकता है।

मौसम का पूर्वानुमान देनेवाली प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट ने इस महीने कहा था कि इस साल भारत में मॉनसून सीजन में 'औसत से कम' बारिश हो सकती है। स्काइमेट के मुताबिक जून-जुलाई-अगस्त-सितंबर में कुल मॉनसूनी बारिश की संभावना इस प्रकार है -
1. अत्यधिक (सामान्य के मुकाबले 110%) बारिश होने की संभावना - 0%
2. अधिक (सामान्य के मुकाबले 105% से 110%) बारिश होने की संभावना - 0%
3. सामान्य (सामान्य के मुकाबले 96% से 104%) बारिश होने की संभावना - 30%
4. सामान्य से कम (सामान्य के मुकाबले 90% से 95%) बारिश होने की संभावना - 55%
5. सूखे की आशंका (सामान्य के मुकाबले 90% से कम बारिश) - 15%

आईएमडी ने पिछले साल 97% LPA जितनी बारिश होने का पूर्वानुमान दिया था लेकिन मॉनसून सीजन खत्म होने तक देश में सिर्फ 91% ही बारिश हुई थी।