सांकेतिक तस्वीर
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही राज्य में कानून व्यवस्था और अपराधियों पर नकेल कसने के तमाम दावे करते हों, लेकिन एक ऐसी वारदात सामने आई है, जिससे साफ़ पता चलता है कि प्रदेश में न तो कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज है और न ही अपराधियों में पुलिस का कोई खौफ है. यूपी में एक बुजुर्ग रिटायर्ड दरोगा की बेरहमी से पीटपीट कर हत्या कर दी गई है. सुशासन वाले राज्य में दुशासन का ये मामला सूबे के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के शहर का है.

इलाहाबाद से सामने आए वीडियो को देखने के बाद साफ़ पता चलता है कि उत्तर प्रदेश में अपराधियों के हौसले कितने बुलंद है. सबसे हैरान करने वाली बात तो ये है कि बीच सड़क पर अपराधी बुजुर्ग दरोगा को पीटते रहे और वहां से आने जाने वाले लोग तमाशबीन बनकर बुजुर्ग को पीटते हुए देखते रहे. बुजुर्ग को बचाने के बदले कई लोग वहां से पीठ मोड़कर चलते बने और किसी ने भी उसकी मदद नहीं की. रिटायर्ड पुलिसकर्मी की हत्या का पूरा मामला सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है.

बदमाशों ने बुजुर्ग की पिटाई उस वक़्त लाठी डंडे से की जब वो साइकिल से सब्जी लेने के लिए घर से बाजार जा रहे थे. मूल रूप से प्रतापगढ़ के रहने वाले रिटायर्ड दरोगा 65 वर्षीय अब्दुल समद इलाहबाद के शिवकुटी इलाके में रहते थे.

प्राप्त जानकारी के मुताबिक मृतक अब्दुल समद का पड़ोस में रहने वाले दबंग और स्थानीय बदमाश जुनैद उर्फ़ जुन्नू से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. विवाद के चलते उसने कई बार दरोगा को जान से मारने की धमकी दी थी. सोमवार की सुबह अब्दुल समद साइकिल से सब्जी लेने के लिए निकले. वह घर से कुछ ही दूर पहुंचे थे कि सबसे पहले जुनैद ने उन्हें रोक लिया और उन पर लाठियों से वार शुरू कर दिया.

बुजुर्ग अब्दुल समद ज़मीन पर गिरकर तड़पने लगे तभी जुनैद के दो और साथी हाथ में लाठी -डंडे लेकर पहुंच गए. जुनैद के साथ ही वह दोनों भी रिटायर्ड अब्दुल समद पर बेरहमी से लाठी -डंडे बरसाने लगे. अब्दुल पिटाई से बेसुध होकर जमीन पर गिर पड़े और जब आरोपियों को लगा कि अब्दुल की सांसे टूटने लगी हैं तो वे उन्हें वैसी ही हालत में छोड़कर भाग निकले. इधर सूचना पाकर मौके पर पहुंचे पुलिस और बाद में कुछ लोगों ने अब्दुल को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां देर शाम उनकी मौत हो गई.

जांच के दौरान पुलिस ने घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो लोगों की संवेदनहीनता सामने आई. फुटेज में दिख रहा है कि दबंग अब्दुल को लाठी-डंटे से पीट रहे हैं और लोग खड़े तमाशा देख रहे हैं और आते-जाते लोग भी पिटाई को नजरअंदाज करते निकले जा रहे हैं. एक-दो बाइक वाले तो रुककर अब्दुल की पिटाई होते देख रहे हैं और फिर अपनी बाइक घुमाकर वहां से निकल गए.

सोमवार की इस घटना पर मंगलवार को हाई कोर्ट ने पुलिस प्रशासन को फटकार लगाईं. हाई कोर्ट ने पूछा कि जब रिटायर्ड दरोगा को पीट-पीटकर हत्या करने वाले सीसीटीवी में नजर आए और पुलिस ने उनकी पहचान कर ली तो अब तक उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई?

खबर लिखे जाने तक पुलिस ने तीन आरोपियों में से एक मोहम्मद यूसुफ को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि मृतक की बेटी की ओर से 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. मुख्य आरोपियों में हिस्ट्रीशीटर जुनैद कमाल के बेटे शेबू और यूसुफ एवं एक रिश्तेदार इब्ने शामिल हैं.