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सांकेतिक तस्वीरReuters

भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव की स्थिति के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा बयान दिया है. समाचार एजेंसी रॉयटर के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है, "हमारे पास भारत और पाकिस्तान से काफी अच्छी ख़बर है..." हालांकि उन्होंने इस बारे में अधिक जानकारी नहीं दी.

वियतनाम के हनोई में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान की तरफ से आकर्षक खबर आ रही है, दोनों के बीच जारी तनाव जल्द ही खत्म हो सकता है. अमेरिका का दावा है कि इस सब में वह मध्यस्थ की भूमिका निभा रहा है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ''मुझे लगता है भारत और पाकिस्तान की तरफ से एक आकर्षक खबर आ रही है, दोनों देशों में पिछले काफी समय से तनाव जारी है. हम इस मसले को सुलझाने में हम मध्यस्थता कर रहे हैं, हमें अच्छी खबरें मिल रही हैं. हमें उम्मीद है कि सदियों से चल रहा ये तनाव अब जल्द ही खत्म होगा.''

आपको बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद अमेरिका ने इसकी निंदा की थी और पाकिस्तान को आतंकवादियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लेने की सलाह दी थी. डोनाल्ड ट्रंप ने तब बयान भी दिया था कि भारत ने अपने कई जवानों को खोया है, ऐसे में वह कुछ बड़ा कर सकता है. जिसके बाद भारत ने पाकिस्तानी सीमा में घुसकर एयरस्ट्राइक की थी.

पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को तबाह किया था. भारत की इस स्ट्राइक से पाकिस्तान के बालाकोट में भारी नुकसान हुआ था. जिसके बाद पाकिस्तानी वायुसेना ने बुधवार को भारतीय वायुसीमा का उल्लंघन किया था. हालांकि, भारत ने पाकिस्तानी विमानों को खदेड़ दिया और उसके एक F16 को ध्वस्त कर दिया.

हनोई में एक सवाल के जवाब में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उम्मीद है कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव खत्म होगा. इससे पहले भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव से चिंतित अमेरिका ने परमाणु शक्ति संपन्न दोनों देशों से तनाव कम करने के लिये तुरंत कदम उठाने की अपील की थी. उसने आगाह किया कि आगे से किसी भी ओर से की गई सैन्य कार्रवाई से दोनों देशों के लिये जोखिम की आशंका अस्वीकार्य रूप से बहुत ज्यादा है. 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में एक आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था.

दरअसल, 27 फरवरी को भारत और पाकिस्‍तान दोनों तरफ जवाबी कार्रवाई को लेकर खबरें जोरों पर रहीं. पाकिस्‍तान ने एलओसी इलाके में अपने लड़ाकू विमान से घुसपैठ की कोशिश की जिसे भारतीय वायु सेना ने नाकाम कर दिया. पाकिस्‍तानी विमान का मलबा पाक अधिकृत कश्‍मीर में मिला. इस दौरान भारतीय वायुसेना के एक मिग विमान का नुकसान हो गया. भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता ने कहा कि हमारा एक पायलट लापता है. बाद में उसके पाकिस्‍तान में बंधक बनाए जाने की सूचना मिली. भरत ने पाकिस्‍तान के अधिकारियों को तलब किया और पाकिस्‍तान में कैद पायलट को सुरक्षित वापस करने को कहा. इस बीच पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के साथ फिर से बातचीत का राग अलापा. पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि जंग हुई तो यह किसी के काबू में नहीं रहेगी. इमरान खान ने कहा कि हम भारत को बातचीत के लिए आ‍मंत्रित करते हैं.

27 फरवरी की शाम में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना प्रमुखों के साथ तकरीबन एक घंटे बात की. साथ में राष्‍ट्रीय सुरक्षा प्रमुख अजित डोभाल भी उपस्‍थ‍ित थें. उच्‍चस्‍तरीय बैठक के बाद दिल्‍ली मेट्रो के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया और प्रत्‍येक दो घंटे पर स्‍टेशन कंट्रोलर को सूचना देने का भी निर्देश दिया गया.

इससे पहले 14 फरवरी को पुलवामा में हुए एक आत्‍मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थें. हमले की जिम्‍मेदारी पाकिस्‍तान स्‍थ‍ित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्‍मद ने ली थी. भारत ने इसके अगले दिन ही सेना को खुली छूट देने की बात कही थी और पाकिस्‍तान से 'मोस्‍ट फेवरेट नेशन' दर्जा वापस ले लिया था. इसके बाद घाटी में हुए सर्च ऑपरेशन में जैश के कई आतंकवादी मारे गए थें. 26 फरवरी की रात में वायु सेना ने अपने असैन्‍य कार्रवाई में पाकिस्‍तान के बालाकोट स्‍थ‍ित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्‍मद के कैंप को ध्‍वस्‍त कर दिया था. भारत के इस कार्रवाई का पूरी दुनिया ने समर्थन किया.