जम्मू-कश्मीर में 20 आतंकियों के घुसने और अमरनाथ यात्रा पर हमला करने की ख़ुफ़िया सूचना के बाद सुरक्षा बलों को चौकस किया गया है
जम्मू-कश्मीर में 20 आतंकियों के घुसने और अमरनाथ यात्रा पर हमला करने की ख़ुफ़िया सूचना के बाद सुरक्षा बलों को चौकस किया गया हैआईएएनएस

उत्तर भारतीय राज्य जम्मू-कश्मीर के वार्षिक अमरनाथ तीर्थयात्रा से पहले सुरक्षाबलों को विशेष रूप से चौकस किया गया है. ख़ुफ़िया एजेंसियों द्वारा जम्मू-कश्मीर में 20 आतंकवादियों, जिनमे से अधिकतर लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के हैं, के घुसपैठ करने और तीर्थयात्रियों पर हमला करने के अलर्ट के बाद सुरक्षा बलों को अधिक चौकस किया गया है.

60 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा 28 जून से प्रारम्भ हो रही है.

इस खतरे को ध्यान में रखते हुए, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने तीर्थयात्रा के पर निगरानी रखने और संभावित परेशानियों पर नजर रखने के लिए एक विशेष मोटरसाइकिल टीम का भी गठन किया है.

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सीआरपीएफ का विशेष मोटरसाइकिल दस्ताएएनआई

ज़ी न्यूज़ ने सीआरपीएफ के एक प्रवक्ता के हवाले से बताया, "तीर्थयात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, सीआरपीएफ ने एक विशेष मोटरसाइकिल टीम तैयार की है, जो एक तरफ, यात्रा मार्ग पर तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी, और किसी आपात स्थिति में इसका इस्तेमाल एक छोटे एम्बुलेंस के रूप में भी किया जा सकेगा."

सीआरपीएफ की तैयारी के अलावा, सरकार ने यह भी कहा है कि अमरनाथ तीर्थयात्रियों को ले जाने वाले प्रत्येक वाहन की निगरानीएक विशेष रेडियो फ्रीक्वेंसी टैग के जरिये की जायेगी. इसके अलावा, बेहतर निगरानी, सुरक्षा और त्वरित कार्रवाई के लिए सुरक्षा बलों और राज्य पुलिस द्वारा एक संयुक्त नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया जाएगा.

इसके अलावा अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा में पहली बार एनएसजी कमांडो तैनात किए गए हैं. दिल्ली से विशेष दस्तों को कश्मीर भेजा गया है, जो कश्मीर के अति संवेदनशील इलाकों में तैनात रहेंगे. अमरनाथ यात्रा के रूट पर जहां से भी आतंकी हमला होने की आशंका है, वहां इन कमांडो की नजर रहेगी ताकि तत्काल कार्रवाई हो सके.