भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और विधायक आकाश विजयवर्गीय ने गुरुवार 7 मार्च को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर एक बेहद विवादित बयान देते हुए कहा है कि पहले राहुल को पप्पू कहा जाता था लेकिन अब उनका नाम 'गधों का सरताज' रखा गया है। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी हाल के दिनों में देश विरोधी काम कर रहे हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मध्य प्रदेश की इंदौर-3 विधानसभा सीट से विधायक आकाश ने कहा, "पहले उन्हें (राहुल गांधी) को पप्पू कहा जाता था, लेकिन वह नाम काफी बुरा था. लेकिन बाद में वह देशद्रोही की तरह बर्ताव करने लगे, इसलिए हमने उनका नाम 'पप्पू' से बदलकर 'गधों का सरताज' कर दिया है।''
Akash Vijayvargiya,BJP MLA& son of Kailash Vijayvargiya on Rahul Gandhi: Earlier, he was called 'Pappu', that was a harmless&an affectionate name.But of late he has been acting like an anti-national. So we now changed his name from 'Pappu' to 'Gadhon ka Sartaj' #MadhyaPradesh pic.twitter.com/OGxGWS77hT
— ANI (@ANI) March 7, 2019
आकाश ने ट्वीट किया- 'कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा ओसामा बिन लादेन को सम्मान दिए जाने, सेना के पराक्रम पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करने और पुलवामा हमले को महज एक हादसा बताने के विरोध में BJYM क्षेत्र 3 के साथ कांग्रेस नेताओं को गधों के सरताज की उपाधि से नवाजा।'
कांग्रेस पार्टी के नेताओ द्वारा ओसामा बिन लादेन को सम्मान दिए जाने, सेना के पराक्रम पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करने एवं पुलवामा हमले को महज एक हादसा बताने के विरोध में भाजयुमो क्षेत्र 3 के साथ कांग्रेस नेताओं को गधो के सरताज़ की उपाधि से नवाज़ा ।। pic.twitter.com/o6R5pC2n55
— Akash Vijayvargiya (@AkashVOnline) March 7, 2019
आपको बता दें कि आकाश विजयवर्गीय इससे पहले भी कई ऐसे बयान दे चुके हैं जो चर्चा का विषय बने हैं। इससे पहले 26 जनवरी को एक कार्यक्रम में उन्होंने आयोजकों को चेतावनी दी थी। तब उन्होंने कहा था कि मुझे बिना बताए कार्यक्रम रख दिया गया, लेकिन अगर आगे से ऐसा किया गया तो अधिकारी समझ सकते हैं।
बीते साल दिसंबर में हुए मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भले ही बीजेपी सरकार नहीं बना पाई थी, लेकिन आकाश अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे थे। इंदौर 3 विधानसभा मे उन्होंने कांग्रेस के अश्विनी जोशी को मात दी थी। हालांकि, आकाश सिर्फ 5000 वोटों से ही जीत दर्ज कर पाए थे।